आधुनिक प्रौद्योगिकियों का उद्घाटन भारत में तेज गति से हो रहा है। यह क्षेत्रों में परिवर्तन का {कारण|मूलप्रभाव बन गया है।
निर्देशक इस क्षेत्र को बढ़ावा देना के लिए प्रयासों में जुड़ी हुई है।
अंतर्राष्ट्रीय कंपनियां नए उत्पाद विकसित करना कर रही हैं जो इस क्षेत्र के प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट, आशा की किरण
पहले ही दिनों से हम सबको कोरोना डर का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन अब हालात में बदलाव दिखाई दे रहा है और कोरोना के मामलों में कमी आ रही है। यह प्रेरणादायक संकेत है कि हम इस महामारी से लड़ने के करीब हैं।
राजनीति में बिगड़ता माहौल, क्या होगा नतीजा?
यह चुनौती है कि आजकल राजनीति में माहौल दिन बिगड़ रहा है। पार्टियां अपनी-अपनी लड़ रही हैं, और जनता भ्रष्टाचार से चिंतित है। क्या यह माहौल बेहतर?
कैसे जिज्ञासा को पारदर्शी करेगा? क्या हम यह सुधार सकते हैं? यह सोचने का समय है, क्योंकि राजनीति का माहौल हमारे भविष्य को निर्णय करता है।
दुनिया भर में बढ़ते तेल के दामों का असर भारत पर पर भारत
वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ रहे तेल के दामों का भारतीय अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ रहा है। उच्च तेल की कीमतें देश में मूल्यवाटमूल्य वृद्धि की कीमतों में वृद्धि का कारण बन रही हैं। इससे जनता पर भार पड़ रहा है और व्यवसाय को भी इसका सामना करना पड़ रहा है। सरकार इस समस्या से निपटने के लिए रणनीतियाँ बना रही है लेकिन अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है।
नए आतंकवाद-रोधी उपायों पर केंद्रित सरकार की नीति
एक दृढ़/मजबूत/हठकर निर्णय लेते हुए, सरकार ने हाल ही में आतंकवाद से निपटने के लिए एक निरंतर/समग्र/प्रभावी नई रणनीति की घोषणा की है. यह रणनीति तीव्र/लगातार/गहन अभियानों पर जोर देती है, जिसका लक्ष्य आतंकवादी संगठनों को नष्ट करना और उनकी सक्रियता/उपस्थिति/कार्यशैली को कम करना है. सरकार ने भीतर से/बाहर read more से/दोनों तरफ से आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक व्यापक/मूलभूत/बहुआयामी रणनीति अपनाने पर जोर दिया है, जिसमें लोक प्रशिक्षण/जागरूकता अभियान/शिक्षा कार्यक्रम और वित्तीय सहायता/आर्थिक उपायों/सामाजिक सहायता शामिल हैं. सरकार का उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ लंबी अवधि की लड़ाई जीतना है, अपनी नागरिकों/देशवासियों/जनता को सुरक्षित रखने और शांति/सुरक्षा/न्याय स्थापित करना है.
भोजन संकट: किसान आंदोलन जारी
पहले से ही देश सामाजिक मंदी से जूझ रहा है। इस पर अब खाना संकट भी आ गया है। इस समस्या के कारण किसानों ने देश भर में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। किसानों का कहना है कि उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं और सरकार द्वारा उन्हें समर्थन नहीं मिल रहा है।
कृषि मजदूर संघों ने सरकार से अपनी मांगें पूरी करने का आह्वान किया है।
अगर सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाए न करे, तो किसानों का मार्च और शांत रहेगा।
यह समस्या देश के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है।